Thursday, May 7, 2020

नशा और दहेज मुक्त भारत बनाना है

नमस्कार दोस्तों
                आज हम समाज में फैल रहा नशा और दहेज प्रथा पर बात करेंगे
 
नशा और दहेज :-

नशा और दहेज दोनों कुरूतियाँ देश ही नही पूरे विश्व को अंदर ही अंदर खोखला कर रही हैं। इन दोनों कृतियों को जड़ से खत्म करने के लिए प्रयास जारी हैं एक बेटी के पैदा होने पर उसके दहेज के लिए पैसा जुटाने की सोच मात्र से ही पिता के माथे पर चिंता की लकीरें साफ देखी जा सकती है


 

संत रामपाल जी महाराज :-
                            नशा करने से होता है नाश
       
संत गरीबदास जी अपनी वाणी में कहते है-
सुरापान मद्य मांसाहारी, गवन करे भोगे पर नारी।
सत्तर जन्म कटत हैं शीशम, साक्षी साहिब हैं जगदीशम।


दहेज ने सामाजिक संबंधों एवं इंसानियत, मानवता को बुरी तरीके से कुप्रभावित किया है एवं नशा ने सारे युवा, वृद्ध आदि वर्ग समेत सभी को अपनी चपेट में ले कर शारीरिक एवम आर्थिक रुप से क्षत-विक्षत कर दिया
ऐसी सभी कुरीतियों के कुप्रभाव से संत रामपाल जी महाराज के शिष्यों सहीत आमजन छुटकारा पा रहा है।


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